आतंकियों के चार मददगारों को सेना ने सोपोर से पकड़ा

सोपोर
जम्मू-कश्मीर के सोपोर में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के चार मददगार पकड़े गए हैं। इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। सभी से पूछताछ जारी है जिसमें कई अहम खुलासे हो सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया, '52 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ सीआरपीएफ ने एक साथ दो इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ है जिसमें लश्कर ए तैयबा आतंकियों के सहयोगी पकड़े गए हैं।' सोपोर पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में उनके मददगार सहायता कर रहे हैं। साथ ही आतंकियों को शरण भी दे रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों के मददगारों की पहचान इरफान अहमद मीर पुत्र मोहम्मद मकबूल मीर, इरफान अहमद खान पुत्र गुलाम मोहम्मद खान, केसर रहमान खान पुत्र रहमान खान और सुहैल अहमद गनई पुत्र गुलाम मोहम्मद गनई के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि ये ऐप के जरिए आतंकियों के संपर्क में थे और उनके लिए रेकी भी करते थे।
जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान अपने सैनिकों द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की आड़ में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को भेजने की कोशिश कर रहा है। सिंह ने कहा, ‘पाकिस्तान कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के और आतंकवादियों को भेजने के प्रयास कर रहा है। इसके लिए वे जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा या नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (राजौरी जिले में) का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं।’