भारत खरीदेगा रूस से 21 मिग -29, 12 सुखोई फाइटर जेट

नई दिल्ली
दोस्त वही जो मुश्किल के वक्त में काम आए। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से जारी तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का रूस दौरा इस बात को कुछ हद तक ठीक ठहराता है। चीन से हिंसक झड़प के बाद अभी सब सामान्य नहीं हुआ है, इस बीच राजनाथ सिंह का सबसे करीबी दोस्त रूस (Rajnath Singh Russia Tour) की तीन दिन की यात्रा पर जाना कोई सामान्य बात नहीं है। वहां भी राजनाथ चीन से निपटने की तैयारियों पर जोर देते दिखेंगे। राजनाथ रूस के सामने रक्षा सौदों से जुड़ी कई मांगें रखेंगे। ये क्या-क्या हैं यहां जानिए
राजनाथ सिंह रूस से कहेंगे कि वह तय सौदों की डिलिवरी जल्द से जल्द करे। इसमें हथियार, लड़ाकू विमान, टैंक और सबरमीन के स्पेयर पार्ट्स की डिलिवरी भी शामिल है। राजनाथ सिंह बातचीत में सुखोई-30MKI, मिग-29, टी-90S टैंक और किलो-क्लास सबमरीन के स्पेयर पार्ट्स जल्द पहुंचाने को कहेंगे।
रूस से कहा जाएगा कि सभी स्पेयर पार्ट्स की डिलिवरी पानी के रास्ते की जगह हवाई रास्ते से हो। पहले इन इक्विपमेंट की सप्लाई समुद्र के रास्ते से होनी थी, लेकिन कोविड महामारी के चलते यह महीनों से अटकी है। सूत्रों ने कहा कि राजनाथ अब रूस से कहेंगे कि वे प्लेन के जरिए जल्द से जल्द इन सामानों की सप्लाई करे।
भारत और रूस के बीच S-400 मिसाइल सिस्टम पर भी बातचीत होगी। इनकी डिलिवरी अक्टूबर 2020 में शुरू होकर 2023 तक खत्म होनी है। लेकिन पेमेंट में देरी की वजह से इसकी डिलिवरी अब 2021 से शुरू होने की बात है। भारत रूस के सामने इनकी जल्द डिलिवरी की मांग उठा सकता है।