राज्यसभा के चुनाव के लिए वोटिंग की तैयारियां विधानसभा सचिवालय ने की पूरी

भोपाल
राज्यसभा के चुनाव के लिए वोटिंग की तैयारियां विधानसभा सचिवालय ने पूरी कर ली हैं। इसके लिए कोरोना महामारी के मद्देजर सुरक्षा प्रबंधों पर खासतौर पर फोकस किया गया है। विधायकों को वोट डालने के दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बताकर वोट करना होगा। वोटिंग और काउंटिंग के दौरान भी किसी तरह की गड़बड़ न हो, इसके प्रबंध किए गए हैं। अगर किसी विधायक को बुखार हुआ या थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान टेम्प्रेचर ज्यादा निकला तो उन्हें सबसे अंत में वोटिंग का मौका दिया जाएगा। वोटिंग की तैयारियों को लेकर विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने आज एक बार फिर पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया है। इस दौरान यह साफ किया गया है कि वोट डालने के लिए पहुंचने वाले विधायकों को सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग समेत अन्य सुरक्षा प्रबंधों की प्रक्रिया से गुजारा जाएगा। सुबह 9 बजे से वोटिंग शुरू होगी जो अपरान्ह चार बजे तक चलेगी। इसके बाद मतगणना की जाएगी।
दोनों ही पार्टियों के एजेंट तय
मतगणना और मतदान के दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के एजेंट की व्यवस्था तय कर दी गई है। दलों से दोनों की कार्यों के लिए अलग-अलग विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों की सूची लेने के बाद उन्हें इसके लिए अधिकृत किया गया है कि चुनाव संबंधी नियमों का पालन करने के लिए गाइडलाइन को ध्यान में रखें।
डाक मतपत्र की भी व्यवस्था
विधानसभा में वोटिंग के लिए कोविड 19 ग्रसित विधायकों की खातिर डाक मतपत्र की व्यवस्था भी की गई है। रिटर्निंग आफिसर और विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने तय किया है कि ऐसे निर्वाचक सदस्य जो कोविड 19 संक्रमित हैं तथा अस्पताल में भर्ती हैं या कोरेंटाइन हैं। उन्हें डाकमत पत्र से वोट डालने की सुविधा दी जा सकेगी। यह सुविधा चिकित्सकों की इस सलाह के आधार पर मिलेगी कि मतदाता बीमारी के कारण मतदान स्थल पर आकर वोटिंग की स्थिति में नहीं हैं। गौरतलब है कि विधायक कुणाल चौधरी कोविड 19 मरीज हैं। ऐसे में उन्हें वोटिंग के लिए पीपीई किट पहनकर वोट डालने की पात्रता होगी या फिर वे चाहें तो डाक मतपत्र के जरिये भी वोटिंग कर सकते हैं।