रोका-छेका अभियान से फसलों और मवेशियों की होगी सुरक्षा

रायपुर
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आहवान पर 19 जून से पूरे प्रदेश में रोका-छेका अभियान शुरू किया गया है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों मे रोका-छेका अभियान भी चलाया जा रहा है। रोका-छेका अभियान से जहां फसलों और मवेशियों की सुरक्षा होगी, वहीं शहरी क्षेत्रों में खुले में घूमने वाले मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटना से भी निजात मिलेगी। इसके लिए शहरी क्षेत्रों में 42 गौठान की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें से सात गौठनों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है और शेष गौठानों का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इन गौठानों के निर्माण के पश्चात पशुओं की सुरक्षा और शहरी क्षेत्रों के ग्रामीण परिवेश वाले क्षेत्रों में फसलों की चराई के नियंत्रण के लिए गौठान प्रबंधन समिति का प्रावधान किया गया हैै। राज्य शासन द्वारा गौठान के संचालन के लिए गौठान समिति को 10 हजार रूपए अनुदान भी दिया जा रहा है। निकाय क्षेत्रों के अंतर्गत पशुओं की संख्या लगभग 26 हजार 600 है । योजना के तहत गौठान निर्माण के लिए कम से कम तीन एकड़ भूमि निर्धारित की गई है। इसके निर्माण के लिए लगभग 23 लाख 69 रूपए भी तय की गई हैै।