
नई दिल्ली
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर अरविंद डि सिल्वा ने कहा है कि पूर्व स्पोर्ट्स मिनिस्टर महिंदानंदा अलुथगमागे ने जो आरोप लगाए हैं कि 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच फिक्स था, उसकी जांच की जानी चाहिए। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था, जिसे भारत ने छह विकेट से जीता था। डि सिल्वा ने साथ ही कहा कि अलुथगमागे के लगाए गए आरोप झूठे हैं। डि सिल्वा ने इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी), भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और श्रीलंका क्रिकेट से मांग की है कि इस मामले की जांच कराई जाए।
डि सिल्वा ने संडे टाइम्स से कहा, 'हम हमेशा लोगों के इस तरह के झूठ को जाने नहीं दे सकते। मैं आईसीसी, बीसीसीआई और एसएलसी से गुजारिश करता हूं कि वो इस मामले की जल्द से जल्द जांच करें।' श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर ने कहा सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ी, जिन्होंने अपना पहला वर्ल्ड कप खिताब जीता था, उन्हें यह सम्मान मिलना चाहिए और इसलिए भारतीय सरकार और बीसीसीआई को तुरंत निष्पक्ष जांच करने का आदेश देना चाहिए। जैसे हम वर्ल्ड कप खिताब का आनंद लेते हैं, वैसे ही सचिन जिंदगी भर इस पल का जश्न मनाएंगे। मुझे लगता है सचिन और करोड़ों क्रिकेट फैन्स के लिए यह भारतीय सरकार का कर्तव्य है कि वो इस मामले में निष्पक्ष चांज कराए।' उन्होंने आगे कहा, 'जब इस तरह के गंभीर आरोप लगाए जाते हैं, तो इसका असर कई लोगों पर पड़ता है। ऐसे में ना सिर्फ हम बल्कि सिलेक्टर्स, खिलाड़ी, मैनेजमेंट जो वर्ल्ड कप जीतने का हकदार थे सब घेरे में आ जाते हैं।' अलुथगमागे ने हाल में कहा था कि 2011 वर्ल्ड कप फाइनल मैच फिक्स था। अलुथगमागे के इस आरोप को कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ने भी सिरे से खारिज कर दिया था।