ITBP के जवानों को मिलेगा खास कवच, चीन के ‘पत्थरबाज’ जवानों से निपटने का प्लान तैयार

नई दिल्ली
कश्मीर घाटी की तरह अब जब चीनी बॉर्डर पर भी पत्थरबाजी की घटना हुई है तो सरकार ने उससे निपटने के लिए तरीका भी कश्मीर वाला ही निकाल लिया है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तैनात जवानों को अब सुरक्षात्मक शरीर कवच दिए जाएंगे, ये ठीक वैसे होंगे जैसे जवान कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी से बचने के लिए पहनते हैं। यह फैसला लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के धोखे से हुए हमले के बाद लिया गया है।
चीनी बॉर्डर पर दोनों सेनाएं संधि की वजह से हथियारों का इस्तेमाल नहीं करतीं। ऐसे में चीन ने 15 जून की रात भारतीय जवानों पर पत्थरों और नुकीले तारों वाले डंडों से हमला किया था। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के 40 जवानों की जान जाने की बात थी, लेकिन उसने इसे अबतक छिपाए रखा है।
दुनियाभर में 20 देशों की सेनाएं चिनूक हेलिकॉप्टर की सेवाएँ लेती है। यह विश्व का सबसे अधिक विश्वसनीय और क्षमतापूर्ण हैवी लिफ्ट हेलिकॉप्टर है। 50साल सेइसका इस्तेमाल किया जा रहा है। ज्यादा ऊंचाई या फिर गर्म जगहों पर भी यह सफलतापूर्व उड़ान भर सकता है और अपने काम को अंजाम दे सकता है। इसमें मॉडर्न एयरफ्रेम, कॉमन एवियोनिक्स आर्किटेक्चर सिस्टम कॉकपिट और डिजिटल ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम होता है। यह सेना की ताकत बढ़ाने के लिए एक कारगर हेलिकॉप्टर है।
जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार इसका प्लान तैयार कर रही है। इसमें इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) की हर कंपनी के 10 प्रतिशत जवानों को फुल बॉडी प्रटेक्टर दिए जाएंगे। इनका इस्तेमाल बदल-बदलकर वे जवान करेंगे जो आगे पट्रोल पर होंगे। सेना के साथ ITBP के जवान ही 3,488 किलोमीटर लंबी LAC पर पट्रोलिंग करते हैं।
फुल बॉडी प्रटेक्टर क्यों है खास
फुल बॉडी प्रटेक्टर सबसे पहले जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के जवानों को मिले थे। ऐसा पत्थरबाजी से बचने के लिए किया गया था। फुल बॉडी प्रटेक्टर मिट्टी तेल, पेट्रोल, डीजल आदि की आग को भी सह सकते हैं। इसका कुल वजन 6 किलो होता है। इसमें छाती की रक्षा करने का प्रटेक्टर, कंधों के पैड, ऊपरी बाजू के गार्ड, कोहनी, कलाई के साथ-साथ निचली बॉडी को बचाने का भी सामान होता है।
ITBP ने हाल में 5 हजार के करीब प्रटेक्टर खरीदे थे। लेकिन ताजा हालातों को देखते हुए ये काफी नहीं हैं। इस वक्त लद्दाख, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के चीन से सटे बॉर्डर पर ITBP की 60 कंपनियों की तैनाती होनी है।